अंत में कंपनी और आप सिर्फ एक और कर्मचारी हैं|सीखना कमाई से अधिक महत्वपूर्ण है|सहकर्मियों और वरिष्ठों का सम्मान करें और अपनी भावनाओं को किसी को न दिखाएं|बुरी स्थिति के लिए तैयार करो अपने आपको क्योंकि सिचुएशन तो एक रात में भी बदल सकती है|बैलेंस बनाये अपने काम, व्यक्तिगत जीवन और परिवार के साथ समय बिताएंदूसरों के साथ वेतन की तुलना न करें|लोगो कि उनके ऐटिटूड से जज करे न कि सैलरी से|कभी भी अपनी आत्मा से किसी चीज के लिए समझौता न करें|