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आपने बहुत ही अच्छा सवाल पूछा मगर उससे पहले यह भी जान लेना चाहिए की किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप कौन हैं । किम जोंग नॉर्थ कोरिया का एक तानाशाह शासक माना जाता है। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं। महीनों से किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जुबानी जंग चल रही थी ।उन दोनों को देखकर ऐसा लग रहा था कि कब अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के शासक एक दूसरे पर हमला कर दें कोई भरोसा नहीं। मगर इन्हीं सब के बीच में एक अच्छी खबर यह आई थी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नार्थ कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग 12 जून को सिंगापुर में एक दूसरे से मुलाकात कर रहे हैं ।
इस मुलाकात की खबर जब सब को पता चली तो हर किसी को ऐसा लग रहा था कि शायद अमेरिका और नार्थ कोरिया के बीच में जो जुबानी जंग चल रही थी वह शायद रुक जाएगी। मुलाकात की घोषणा की कुछ देर के बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 12 जून को सिंगापुर में किम जोंग के साथ होने वाली मुलाकात को रद्द करने का फैसला लिया।इसके पीछे उन्होंने उत्तर कोरिया की तरफ से भड़काऊ बयानों को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, अपने पत्र पर उत्तर कोरिया की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया आने पर ट्रम्प ने ट्वीट कर फिर जल्द ही किम के साथ मुलाकात की उम्मीद भी जताई। ट्रंप ने किम को एक पत्र लिखा जिसे प्रेस के लिए जारी किया गया।
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘मैं आपके साथ वार्ता को लेकर काफी उत्साहित था।दुखद रूप से आपके हालिया बयान में दिखे जबरदस्त गुस्से एवं खुली शत्रुता के आधार पर मुझे लगा कि लंबे समय से प्रस्तावित यह बैठक करना इस समय सही नहीं होगा।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने 24 मई की तारीख वाले अपने पत्र में कहा ‘‘इसलिए कृपया इस पत्र को संदेश के रूप में देखें कि दोनों पक्षों की भलाई के लिए सिंगापुर शिखर वार्ता नहीं होगी हालांकि इससे दुनिया का नुकसान होगा। ट्रंप ने अपने ट्विटर पर लिखा, “उत्तर कोरिया की तरफ से बेहतरीन बयान आने की खबर काफी अच्छी है। हम जल्द ही देखेंगे कि ये हमें कहां ले जाता है, उम्मीद है कि समृद्धि और स्थाई शांति की तरफ। सिर्फ समय (और क्षमता) ही ये बताएगा।” ट्रम्प की तरफ से मुलाकात को रद्द करने के लिए उत्तर कोरिया के भड़काऊ बयानों को जिम्मेदार ठहराया गया।
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