Makeup artist at Jawed Habib | Posted on
खाद्य नियामक एफएसएसएआई जल्द ही एक प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली पेश करेगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि खाद्य सुरक्षा निरीक्षण और नमूना एक पारदर्शी और उद्देश्य से किया जाता है, इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा। खुदरा, एफएमसीजी और ई-कॉमर्स पर एफआईसीसीआई सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नियामक खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण कर रहा है ताकि लोगों को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराया जा सके। अग्रवाल ने कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून लागू कर ना राज्यों द्वारा किया जाता है और केंद्रीय एजेंसी में कोई खाना निरीक्षक नहीं हैं।उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में राज्यों के खाद्य आयुक्तों के साथ बैठक की है। हम वेब आधारित दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए एक नए खाद्य सुरक्षा निरीक्षण और नमूना प्रणाली शुरू कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि निरीक्षण और नमूना एक पारदर्शी और उद्देश्य से किया जाता है।" कहा कि कई खाद्य व्यवसायियों को प्रवर्तन एजेंसियों के साथ क्षेत्र स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और इसलिए पारदर्शी निरीक्षण प्रणाली को अपनाने की आवश्यकता है। एफएसएसएआई के सीईओ ने कहा कि देश में 90 सरकारी खाद्य प्रयोगशालाएं हैं और निजी क्षेत्र द्वारा 135 प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) देश में खाद्य सुरक्षा का एक मजबूत ढांचा प्रदान करना चाहता है और खाद्य उत्पादों और प्रथाओं के लिए मानकों की स्थापना कर रहा है।
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