वैसे तो कहा जाता है की ट्रम्प प्रशासन भारत से अच्छे रिश्ते बनाने की फेवर करता है पर हाल ही में एक ऐसी खबर आई है की जिससे भारत को अमेरिका के साथ निर्यात कारोबार में बड़े घाटे का सामना करना पड़ सकता है। 1970 के दशक से भारत की कुछ उत्पाद को अमरीका में जीरो निर्यात शुल्क लागू होता है। ये सुविधा अमरीका भारत को जनरलाइज़्ड प्रेफरन्स स्किम के अनुसार देता है जिस में अमरीकी प्रमुख ने बड़े परिवर्तन के आसार दिए है।
सौजन्य: फर्स्ट पोस्ट
अगर सूत्रों की मानी जाए तो ट्रम्प प्रशासन या तो इन में से कुछ उत्पाद पर निर्यात शुल्क लगा सकता है या फिर पुरे प्रोग्राम को ही बंद कर सकता है जिससे भारत के निर्यात को करीबन 560 करोड़ का नुक्सान हो सकता है। अमरीकी सरकार के इस निर्णय से भारत के छोटे बिजनेसेस को काफी नुक्सान हो सकता है।
ट्रम्प प्रशासन ये कदम उन सब देशो के खिलाफ उठाने जा रहा है जो की अमरीका के बड़े निर्यात देश है। इस फैसले से करीब 2000 उत्पादों को असर होने की आशंका है। ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद यह पहला ऐसा निर्णय होगा की जिस से भारत को इतना बड़ा नुक्सान उठाना पड़ सकता है। ये व्यापारिक रियायत के ख़त्म होने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ सकता है।