फ्लेवर्ड पानी दरअसल अधिक पानी पीने का एक तरीका है, जिसमें कुछ विटामिन आैर मिनरल मिलाए जाते हैं। वैसे भी इन दिनों गरमी ने अपना प्रकोप मचाया हुआ है। ऐसे में एक व्यक्ति को कई तरह के फ्लूइड की जरूरत पड़ती है ताकि वह गरमी से खुद को बचा सके।
शक्कर की अतिरिक्त मात्रा लिए बिना घर का बना फ्लेवर्ड पानी शरीर को हाइड्रेट करने के लिए बेहतरीन तरीका है। इसमें न तो केमिकल्स रहते हैं आैर न ही आर्टिफिशियल एजेंट।
पानी को ताजे फल, हब्र्स आैर मसालों से इंफ्यूज करना का लाभ यह है कि आपको अतिरिक्त न्यूट्रिशनल लाभ मिलते हैं। नींबू, संतरा, अंगूर आैर बेरीज तमाम तरह के विटामिन सी देते हैं। ताजा अदरक आैर हरा पुदीना दोनों ताजगी वाला स्वाद देते हैं।
यदि आप यह सोच रहे हैं कि आपने सादे पानी में एक नींबू निचोड़ लिया तो यह फ्लेवर्ड पानी बन गया तो आपकी सोच गलत है। नींबू को पानी में इंफ्यूज करना बिल्कुल अलग है। इसके बाद जो अरोमा, टेक्सचर, फ्लेवर आैर ताजगी मिलती है, वह इस डिटॉक्स फ्लेवर्ड पानी को सादे पानी से अलग करता है।
वॉटर रिटेंशन को बनाए रखने के लिए आप इसमें जीरा, मेथी आैर अजवायन डालकर उबाल लें। फिर निथारकर ठण्डा करें आैर तब पिएं। अच्छे पाचन के लिए आप पानी में अदरक, नींबू, शहद आैर काली मिर्च मिला सकते हैं।
फ्लेवर्ड डिटॉक्स पानी बनाने के लिए सबसे पहले पिचर या फ्रूट इंफ्यूजर बॉटल खरीदना जरूरी है। इस बोतल में जरूरी सामग्री डालें। जैसे कि पतले स्लाइस किए फल, हब्र्स, मसाले। इसके बाद बर्फ के टुकड़े आधे तक डाल दें। फिर पानी भरें। इसे आप ठण्डा करने के लिए फ्रिज में रखें।
आप इस बोतल को दो- तीन बार री फिल कर सकते हैं, इसके बाद ही इसका फ्लेवर खत्म होता है।
यदि आपको स्ट्रॉन्ग प्लेवर चाहिए तो एक दिन पहले ही इंफ्यूजर बॉटल को तैयार करके फ्रिज में रख दें। ध्यान यह रखें कि आप अधिक पका या ताजा न दिखने वाले हब्र्स का प्रयोग इसके लिए न करें।