जब मानव जाति जंगलों में रहती थी तब तक उन्हें घर की जरूरत महसूस नहीं थी| परन्तु जब उनकी जीवन शैली में कुछ सुधार हुआ तो फिर मनुष्य को रहने से लिए जगह की आवश्यकता का एहसास हुआ। इसलिए उन्होंने जो भी सामग्री प्राप्त की, उसके साथ घर बनाना शुरू कर दिया। उनके लिए घर का मतलब आराम करने की जगह से था | इसके बाद धीरे-धीरे घर बनाने काअर्थ, उद्देश्य, आकार औरसामग्री बदलती गई और विकास होता गया |
अधिकांश मध्यम वर्ग के भारतीयों का सपना retirement से पहले घर बनाने का होता है और वोघर बनाते समय कई सारी बातों का ध्यान रखता है | जैसे घर मजबूत होना चाहिए और घर को सभी मौसमों से बचाना चाहिए | ज्यादा मरम्मत की आवश्यकता न हो और घर लंबी अवधि तक सही रहना चाहिए |
किसी भी इमारत के निर्माण में फाउंडेशन मुख्य पहलू है। यह पूरी बिल्डिंग को सपोर्ट देता है। यदि नींव मजबूत है, तो आपके भवन में लंबा जीवन होगा। नींव कई प्रकार की होती है, आप अपने भवन की संरचना के अनुसार इसका चयन कर सकते हैं।
घर की इमारत को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए कुछ बातों का ख़्याल रखें -
- एक मजबूत और टिकाऊ घर बनाने के लिए आपको एक सर्वोत्तम और टिकाऊ सामग्री का उपयोग करना चाहिए।
- यदि आप बिल्डरों की मदद के बिना घर का निर्माण कर रहे हैं, तो आपको अपने घर के लिए सर्वोत्तम सामग्रियों का चयन करना चाहिए।
- यदि बिल्डर्स आपके घर का निर्माण कर रहे हैं, तो आपको नियमित रूप से उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्रियों की जांच करनी चाहिए।
- सीमेंट, लकड़ी और ईंट जैसी महत्वपूर्ण सामग्री बेहतर गुणवत्ता की होनी चाहिए।
- यदि आप घर को अच्छी स्थिति में बनाए रखते हैं, तो यह लंबा जीवन होगा।
- आपको घर के लकड़ी के हिस्सों को नियमित रूप से पेंट और पॉलिश करना चाहिए।
- रिसाव के लिए पाइप, टैंक और जल निकासी की जांच करनी चाहिए।
- आपको अपने घर को सालाना पेंट करना होगा।
- आपको बिजली के तारों और फिटिंग पर नजर रखनी चाहिए।
(Courtesy : YouTube )
Translate By : Letsdiskuss Team