अभी कुछ दिनों पहले एक मैसेज व्हाट्स एप्प के माध्यम से प्राप्त हुआ जिसमें लिखा था कि पाकिस्तान कंगाल होने की कगार पर हैं
और यह पीएम मोदी की उपलब्धि हैं
। स्क्रॉल करने के बाद कुछ हकीकत कुछ फसाना समझ आया। लेकिन अब जबकि पाकिस्तानी अर्थव्यस्था की पोल पट्टी दुनिया के सामने खुलने लगी और पता लगा कि उसकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई हैं
। तब सहज ही यह मैसेज लिखने वाले कि तारीफ मुँह पर अनायास ही आ गई। इस मैसेज में क्या है वह हम आपको हूबहू पढ़ने को कहेंगे। लेकिन यह मोदी की उपलब्धि हैं
या नही इस पर थोड़ा संशय हैं
। आइये जानें कि पाक की यह हालत क्यों हो गई हैं
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सबसे पहले आपको बता दें कि पाकिस्तान के रुपये में भारी अवमूल्यन हुआ हैं
। पाकिस्तान की इस हालत को ऐसे समझा जा सकता हैं
कि उसके एक रुपये की कीमत भारतीय अठन्नी के बराबर हो गई हैं
। पाकिस्तान के 122 रुपये के बराबर एक अमेरिकी डॉलर की कीमत हो चुकी हैं
। यह क्यों हुआ? सबसे बड़ा सवाल यही हैं
। दरअसल पाक का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घटा हैं
।
आयात ज्यादा हुआ हैं
और निर्यात नही के बराबर हैं
। इसके अलावा पाक के विदेशी कामगार पहले की तुलना में कम डॉलर अपने देश मे भेज रहे हैं। अब इसको रोकने के उपाय की बात करें तो पाकिस्तान का राष्ट्रीय बैंक रुपये के अवमूल्यन को दिखाने में जुट गया हैं
और अंतरिम सरकार चुनावों से पहले आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं से मदद मांग सकती हैं
। इससे पहले 2013 में भी पाक आईएमएफ की मदद ले चुका हैं
। इसके अलावा पाक को चीन से भी उम्मीद हैं
।
अब देखना हैं
पाक अपनी कंगाली की इस स्थिति से कैसे निपटता हैं
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