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@letsuser | Posted on
रुचिका जी, मैं आपकी बात से सहमत हु की हमला किसी भी हालत को काबू मैं करने के लिए एक मात्र रास्ता नहीं है| लकिन अमेरिका ने जो भी किया वो मेरे हिसाब से टिक है बसर को यह समझना चाइये की रासायनिक हतियारो से किसी का भला नहीं होगा | आज सभी देश सिर्फ अपने आप को परमाडू सकती देश और दूसरे बड़े बड़े हतियारो से लेस्स देश बनाना चाहते है, ताकि विश्व मैं उनका भी नाम हो सके लकिन किसी को ये नहीं पता की इसके पीछे होने वाला खर्चा देश को और पीछे करता है जिससे देश की जनता को बाकि चीज़ो के लिए सोचना पड़ता है और देश में अलग अलग समाज जनम ले लेते है |
आपने बात की अमेरिका ने टिक किया या नहीं तो मैं बोलूंगा बिलकुल टिक किया, अगर आपको पता हो तो सीरिया रासायनिक हतियारो को बड़ी जोरो सोरो से बनाने मैं लगा है, जिसके कारन वो अपने देश की जानता की जान की भी नहीं सोच रहा | एक हफ्ते पहले मैं सुबह उठा तो न्यूज़ मैं देखा की सीरिया मैं किसी जहरीली गैस का रिसाव हुआ जिससे सबसे ज्यादा बच्चे और महिला प्रभावित हुई, बच्चे तड़प तड़प कर मर रहे है और मीडिया सिर्फ अपनी TRP न्यूज़ मैं बिजी है | आप सोचो अब अगर अमेरिका ऐसी चीज़ो को रोकने के लिए ये कदम उठा भी रहा है तो कोई गलत नहीं है, ये अभी तो सिर्फ सीरिया मैं धीरे धीरे दुनिया भर मैं बढ़ जाएगा तब क्या करेंगे | इस हमले से सिर्फ एक देश नहीं बल्कि पूरा विश्व जुड़ा है अगर एक को छोड़ दिया गया तो कल दूसरा भी यही करेगा और धीरे धीरे पूरा विश्व |
मानता हु अमेरिका का ये निर्णय विश्व को विश्व युद्ध की और ले जा रही है क्युकी दोनों महासक्ति अब एक दूसरे के सामने आ रही है | लकिन इसे रोकने के लिए सब देशो को एक होकर समाधान निकलना पड़ेगा जो लगता है जल्दी होगा भी | क्युकी अभी सभी देशो की नज़र इसी पर है .
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