भारत में हॉकी केवल नाम के लिए है यह तो क्रिकेट की लोकप्रियता और हॉकी की अलोकप्रियता से ही पता चलता है | जब हम हॉकी की बात करते है तो आधी जनसंख्या की दिलचस्पी तो यही खत्म हो जाती है और उसपर महिला हॉकी , तो समझिये मुश्किल से 100 लोग उसमे दिलचस्पी दिखायेंगे | लोगो से न मिलने वाले
हौंसले और लोकप्रियता के बावजूद Indian Women Hockey teamदिन प्रतिदिन अपने खेल को मजबूत कर रही है |
World cup में प्रदर्शन
Women’s Hockey World cup 2018 की शुरुआत हो चुकी है जिसमे भारतीय टीम का USA के साथ हुआ मैच draw हो गया है | यह आखिरी pool B नॉक आउट मैच था | पिछले world cup मैचों से इस world cup की चर्चा करें तो निस्संदेह यह world cup महिला हॉकी टीम के लिए सुनहरा पृष्ठ जोड़ने में सफल हो सकता है | पहले Olympic games में Indian team ने qualify किया वही पहले world cup में उसने अपनी जगह चौथे स्थान पर बनाई | world cup 1978 में टीम 7 वे स्थान पर ,1983 में 11 वे स्थान पर , 1998 में 12 वे स्थान पर और 2006 में 11 वे स्थान पर रही |
पिछले मैचों में प्रदर्शन
यदि पिछले मैचोंप्रदर्शन को देखें तो टीम का प्रदर्शन सुधरता नज़र आता है | जहाँ एक तरफ टीम ने Women Asian championship में China और South Korea जैसी दिग्गज टीम हराकर गोल्ड मैडल जीता वही दूसरी और Asia Cup में उम्दा प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया | 2016 में टीम ने 36 साल बाद Olympics के लिए qualify किया |
इन सभी आंकड़ों को देखकर तो यही लगता है की भारतीय टीम का मार्ग प्रशस्ति की और है और हो सकता है इस बारवह World cup भारत लेकर आए |