आपने लंच किया और तुरंत आपको नींद आने लगी। इस समय काम करना आपके लिए मुश्किल हो जाता है, आपको चाहे लाख काम हो पर आपको लगता है कि बस कहीं से बिस्तर मिल जाए और आप सो जाएं। यह कहानी किसी एक की नहीं है, 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का यही हाल रहता है। इसे पोस्ट-लंच स्लम्प कहा जाता है।
लंच करने के तुरंत बाद के समय से लेकर करीब डेढ़-दो घंटे तक आप लाचार हो जाते हैं। ऑफिस में होने वाले साइकोलॉजिकल बदलाव भी इसकी वजह हो सकते हैं। इस समय आपकी ऊर्जा उड़नछू हो गई है और जबरदस्ती काम करने की वजह से आप गलतियां कर बैठते हैं।
लंच करने के बाद आपका शरीर भोजन को पचाने में लग जाता है। शरीर को थोड़ी बोरियत भी महसूस होने लगती है। सुबह से एक ही काम को करते-करते आपका उत्साह भी खत्म होने लगता है। इसके अलावा दबाव और रास न आने वाला वातावरण भी इसके जिम्मेदार होते हैं।
यह सिंड्रोम लंच के बाद ही होता है, इसलिए लंच के लिए हमें कई बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। प्रोटीन और फाइबर युक्त लंच हमारी भूख को देर तक संतुष्ट रखता है। नट्स और बींस युक्त सलाद खाना चांहिए। अनाज जरूर खाएं। यदि सैंडविच खा रहे हैं तो 100 प्रतिशत होल ग्रेन ब्रोड में इसे तैयार करें। पेट भर ब्रोकफास्ट करें और लंच को दो हिस्से में बांटकर खाएं।
भारी काम सुबह ही कर लें, इस समय ई-मेल भेजना, रिटर्न कॉल करना, पेपर छांटना जैसे काम कर सकते हैं। अपने सहकर्मी के साथ वॉक लेते समय छोटे-मोटे डिसकशन में भाग ले सकती हैं।
नैप यानी छोटी नींद लेने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन नैप किसी भी हालत में 30 मिनट से ज्यादा न हो। अपनी सीट से थोड़ी-थोड़ी देर पर उठकर अपने शरीर को हिलाते रहिए।
यदि आप कोई गाना सुन रहे हैं तो ध्यान रखिए कि वह पॉजिटिव हो। ब्राीदिंग एक्सरसाइज करने से भी आपके शरीर को लाभ पहुंचता है। वॉक लेने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है, आप ठीक से सांस ले पाते हैं।