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आज कल के समय में बच्चों को पढ़ाई का इतना बोझ हो जाता है कि बच्चे सिर्फ किताबों में ही फसे रहते हैं | ऐसा सभी बच्चों के साथ नहीं होता है | कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो पढ़ाई से अधिक वास्ता नहीं रखते और कुछ सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते हैं | जो बच्चे पढ़ाई पर ध्यान देते हैं वो अपने हर काम का एक समय निर्धारित कर लेते हैं | वो अक्सर पढ़ाई के लिए अपना टाइम टेबल बना लेते हैं, जिसकी सहायता से वो अपने समय का सही उपयोग करते हैं |
परीक्षा के समय होने वाले तनाव का कारण और उसको दूर करने के उपाय -
- बेहतर परिणाम होने के लिए दबाव :-
बच्चों को अक्सर अपने माता-पिता का दबाव बना रहता है कि उन्हें परीक्षा में अच्छे नंबर लाने हैं | जिसके कारण कई बार बच्चे तंग पड़ने लगते हैं | बच्चों पर पढ़ाई का अधिक बोझ उन्हें पढ़ाई से तो दूर करता ही है साथ ही उनके अंदर का डर भी बढ़ जाता है कि अगर अच्छे नंबर नहीं आये तो क्या होगा ? माता पिता को यह लगता है की हमारे बच्चे के अच्छे नंबर नहीं आये तो उनके बच्चे को अच्छे कॉलेज में प्रवेश नहीं मिलेगा जिसके कारण वह बच्चे को हमेशा पढ़ाई कहने को कहते रहते है और इससे कई बार बच्चा पढ़ाई के तनाव में घिर जाता है |
बच्चे को कभी किसी का उदाहरण देकर ताना न मारें कि किसी का बच्चा कितना पढ़ता और अच्छे नंबर लाता है और तुम नहीं पढ़ते | या फिर हर समय बच्चे को पढ़ाई को लेकर बातें न सुनाएं इससे बच्चा तनाव में जाने के साथ-साथ माता-पिता से भी दूर हो जाता है |
(Courtesy : 123RF )
- परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार न होना :-
पढ़ाई करने वालों को परीक्षा के समय अक्सर तनाव तब होता है जब वह पूरे साल पढ़ाई नहीं करता फिर उसके बाद उन पर अचानक से परीक्षा का बोझ आ जाता है | जब वो पूरे साल पढ़ाई नहीं करते और परीक्षा के कुछ समय पहले ही वो अपनी पढ़ाई शुरू करते हैं तो उन्हें अपनी पढ़ाई बोझ लगने लगती है | जिसके कारण उन्हें जल्दी कुछ समझ नहीं आता और उनके सामने पढ़ाई को लेकर तनाव की स्थिति बन जाती है | जो बच्चे पूरे साल पढ़ाई करते हैं तो उन्हें परीक्षा के समय ज्यादा नहीं पढ़ना पड़ता जिससे उनका समय भी कम लगता है और उन्हें अधिक तनाव नहीं होता |
आपको इससे बचने के लिए अपनी पढ़ाई पर शुरुआत से ही ध्यान देना होगा | न कि परीक्षा के कुछ समय पहले से ही क्योकिं ऐसा करने से आपको सभी विषयों के चेप्टर एक साथ समझ नहीं आएँगे जिससे आपको पढ़ाई करते समय तनाव ज्यादा होगा |
(Courtesy : Skills Training Australia )
- अच्छे Marks लाने की दौड़ :-
एक फिल्म में यह संवाद है "दोस्त फ़ैल होता है तो बुरा लगता पर दोस्त फर्स्ट आता है तो बहुत दुःख होता है " बस यही बात है कि पढ़ाई और मार्क्स को लेकर कई बच्चों में यह भावना आती है , कुछ बच्चे तो इस बात को झेल जाते हैं, और कुछ नहीं झेल पाते | अगर दो दोस्त हैं और दोनों पढ़ाई में ठीक हैं और परीक्षा के बाद दोनों में से किसी एक के नंबर अच्छे आते हैं और एक के कम तो कम वाला थोड़ा परेशान होगा और उसको इस बात का दुःख नहीं होगा कि उसके नंबर कम आएं है बल्कि उसको इस बात का दुःख अधिक होगा कि मेरे दोस्त के अच्छे नंबर क्यों आए हैं | यह एक मानव स्वाभाव है , इसके लिए कोई कुछ नहीं कर सकता | इसके लिए खुद से ही मेहनत करना होगा |
(Courtesy : ssznotes )
परीक्षा के तनाव से कैसे बचें -
- पढ़ाई करने के लिए आप अपने समय का सही उपयोग करें | पढ़ाई करने के लिए अपने समय को निर्धारित करें इससे आप सभी विषयों को समझ पाएंगे |
- पढ़ाई करते समय एक अच्छा माहौल बनाकर रखें, ताकि जब भी आप पढ़ने बैठें तो आपको पढ़ाई के लिए शांति का माहौल मिले जिससे आप पढ़ाई ठीक से कर पाएं |
- अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक बनाएं, आशावादी बनें | किसी की बराबरी कभी नहीं करना चाहिए सिर्फ अपने जैसा बनने की कोशिश करें | क्योकिं सफलता पाने के लिए आपको किसी के नहीं बल्कि अपने साथ की जरूरत होती है |
- पढ़ाई करते वक़्त बीच में ब्रेक जरूर लें, क्योकिं लगातार पढ़ाई करने से दिमाग थक जाता है जिसके कारण आप जो भी पढ़ते हैं वो समझ नहीं आता |
(Courtesy - Headspace )