सबसे पहले आपके लिए यह जानना जरुरी है की यह विचारधारा फ्रांसिसी क्रान्ति से आयी है जिसका साधारण शब्दों में अर्थ है जो विचारधारा बदलाव की बात करे और प्रगतिशील हो और समानता की बात करे तथा अमीर- गरीब को समानता की दृष्टि से देखे मगर ये गर्भ गिराना, और समान लिंग विवाह को समर्थन करते हैं । ये मौत की सजा का भी विरोध करते हैं। जैसे कौंग्रेस, सीपीआई, जदयू आदि।वामपंथ प्रगतिशील विचारो का समर्थन करता है। अब यह सबसे बड़ा सवाल आता है की क्या सच में यह भारत की राजनीति को प्रभावित कर रहा है।
यही व्यवस्थाऐ समाज चलाती है, इसी यही समाज अपनी एक राजसत्ता बनाती है, जिसको हम सरकार कहते है, हर सरकार एक राजनैतिक पार्टी बनाती है, जिसकी अपनी एक विचारधारा धारा होती है।विचारधारा वर्ग से पैदा होती है, वर्ग का आशय, धन से जुड़ा होता है, ये धन वर्ग बनाता है, इसलिए मुख्य रूप से दुनियां में दो वर्ग है, एक पूँजीपति वर्ग, दूसरा मेहनत कश वर्ग, जिसमें मजदूर किसान, दुकानदार, आम जनता, जो बहु संख्यक होती है इसलिए यह कहना गलत नही होगा की भारत की राजनीति पर इसका अच्छा कर बुरा दोनों तरह का प्रभाव देखने को मिलता है।