Chef (REDFORT CHINA BEIJING ) | Posted on | Astrology
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विनायक चतुर्थी का महत्व :- जो भी भक्त इस व्रत को नियम से करते हैं उन्हें कभी धन संपत्ति की कमी नहीं होती। विनायकी चतुर्थी व्रत मनोकामना पूर्ति का व्रत होता है इस व्रत को जो भी इंसान पूर्ण श्रद्धा से कर लेता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश प्रसन्न करके भक्ति सुखी और समृद्ध जीवन जीते हैं।जो लोग बुरे दौर से गुजर रहे हैं यह जीवन में असफलताओ का सामना कर रहे हैं उन्हें इस व्रत का पालन करना चाहिए। और भगवान गणेश को मोदक लड्डू, पीले वस्त्र और मिठाई का भोग लगाना चाहिए।बड़ी संख्या में भगवान गणेश का सम्मान करने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए यह शुभ दिन पर उपवास करना चाहिए। और प्रार्थना करते हैं वे मंदिर जाते हैं। हर भगवान गणपति जी से आशीर्वाद लेते हैं।
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जैसा कि हिन्दू धर्म में किसी भी पूजा की शुरुआत में सबसे पहले भगवान गणेश की आराधना की जाती है | यह वरदान उन्हें भगवान शिव ने दिया था कि जब भी किसी इंसान के घर में कोई भी पूजा पाठ या शुभ काम होगा सबसे पहले गणेश भगवान का आवाहन किया जाएगा उसके बाद ही सभी देवी देवताओं का पूजन होगा |
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आप सभी यह बात तो जानते ही है कि हमारे हिंदू धर्म में सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है क्योंकि उन्हें भगवान शिव के द्वारा वरदान प्राप्त था कि इस संसार में सबसे पहले यदि किसी की पूजा की जाएगी तो वह है भगवान श्री गणेश जी की इसके बाद अन्य देवताओं की पूजा की जाएगी इसलिए जब हर वर्ष विनायक की चतुर्थी यानी कि गणेश चतुर्थी का दिन आता है तो सबसे पहले भक्त भगवान श्री गणेश जी की पूजा करते हैं चलिए हम आपको विनायक की चतुर्थी के महत्व के बारे में बताते हैं ऐसी मान्यता है कि यदि कोई भक्त सच्चे मन से विनायकी चतुर्थी की पूजा करता है तो उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं भगवान श्री गणेश उसकी सारी इच्छाएं पूरी करते हैं। पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को विनयकी चतुर्थी कहते हैं।
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विनायक चतुर्थी महत्व है आज विनायक चतुर्थी व्रत किया जा रहा है सावन में भगवान गणेश की पूजा खास महत्व होता है शुल्क पक्ष चतुर्थी विनायक चतुर्थी कहते हैं भगवान गणेश की पूजा से बड़े-बड़े विघ्न से आसानी से टाला सकता है इसीलिए इन्हें विघ्न विनाशक भी कहते हैं गणपति को रोली मोली जनेऊ दूर्वा पुष्प पांचनेव पांचमृत चावल चढ़ाऐ या भोग मोदक मोतीचूर के लड्डू अर्पित करते हैं
चतुर्थी का महत्व हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार अमावस्या के बाद आने वाले शुक्ल पक्ष की चतुर्थी विनायक चतुर्थी कहते हैं यह सावन के महीने में पढ़ने कारण इसका अधिक महत्व बढ़ जाता है की सावन में शिव पार्वती की पूजन किया जाता है
धार्मिक मान्यता के अनुसार चतुर्थी भगवान श्री गणेश की तिथि मानी जाती है और उनकी कृपा से जीवन के संभव कार्य शीघ्र संभव हो जाते हैं इस दिन गणेश का उपासना करने से घर में सुख समृद्धि धन दौलत आर्थिक संपन्नता के साथ साथ ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति हो जाती है
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