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पद परिचय किसे कहते हैं सरल ढंग से हम यहां आप को समझा रहे हैं-
अगर आपको पुस्तकों से भी पढ़कर समझ में नहीं आ रहा है तो यहां पर दी गई जानकारी पढ़कर आप इसे अच्छे से समझ सकते हैं।
जब किसी वाक्य में आए हुए शब्दों का व्याकरणिक परिचय दिया जाता है तो उसे पद परिचय कहा जाता है। प्रश्न उठता है कि व्याकरण परिचय क्या होता है? व्याकरण के अनुसार पद यानी शब्द का परिचय क्या है जैसे-
मोहन गाना गाता है।
मोहन यहां पर एक शब्द है जिसका व्याकरण के अनुसार परिचय निम्नलिखित होगा।
व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुँल्लिंग एकवचन, कर्ता कारक
इस तरह से समझा मोहन है और संज्ञा के भेद के रूप में व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया-विशेषण, कारक, समुच्चय आदि व्याकरण के परिचय दिया जाता है। उसे पद परिचय कहा जाता है।
मोहन गाना गाता है।
वाक्य में गाना शब्द का वाक्य परिचय
जातिवाचक संज्ञा, एकवचन,पुँल्लिंग कर्म कारक है।
गाता क्रिया है। यह सकर्मक क्रिया है क्योंकि गाना इसका कर्म है। वर्तमान काल एकवचन पुल्लिंग करता के अनुसार होगा। इस तरह से यह पद परिचय का उदाहरण हमने आपको बताया।
सर्वनाम के लिए पद परिचय निम्नलिखित प्रकार से दिया जाएगा-
मैं गाना गाता हूं।
मैं शब्द का पद परिचय सर्वनाम पुरुषवाचक प्रथम पुरुष होगा। गाता क्रिया की वजह से मैं पुल्लिंग है। मैं एकवचन भी है।
अब आप जान गए होंगे किस तरीके से किसी शब्द का व्याकरणिक परिचय जाना जाता है।
दूसरा वाक्य लिखिए जिसमें विशेषण के व्याकरणिक परिचय के बारे में
काला आदमी गाना गाता है।
दोस्तों आदमी की विशेषता क्या है काला इसलिए यह विशेषण हुआ विशेषण के कई भेद होते जिसमें रूप रंग की विशेषता वाले विशेषण को गुणवाचक विशेषण कहते हैं। क्योंकि आदमी पुलिंग है इसलिए काला विशेषण भी पुल्लिंग होगा और एकवचन। काला विशेषण है और आदमी विशेष्य है।
दोस्तों व्याकरण से संबंधित और पद परिचय के किसी वाक्य से संबंधित पद का परिचय अगर आपको समझ में नहीं आ रहा है तो हम से प्रश्न की थी हम पूरा जवाब आपको देंगे।
हिंदी व्याकरण से संबंधित जानकारी और अपने प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए हमसे प्रश्न पूछिए।
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