हाल ही में सीबीआई के कुछ अधिकारी कोलकटा पुलिस कमिशनर राजीवकुमार को 2013 के शारदा चिट फंड मामले में गिरफ्तार करने उनके आधिकारिक आवास पर पहुँची। ऐसा कहा जाता है की इन अधिकारीयो के पास राजीवकुमार की गिरफ्तारी का वारंट नहीं था जिसके चलते तैनात पुलिस अधिकारीयो ने उनको गिरफ्तार कर लिया और थाने ले जाया गया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। इस मामले पर राजनीति बहुत ही गर्म हो गई है और पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाने तक की तैयारी कर ली है।
सौजन्य: इंडिया टुडे
क्या था शारदा चिट फंड मामला?
ये मामला 2013 में सामने आया था जिस में आम जनता के 13000 करोड़ डूब गए है। इस के चलते जांच आयोग का गठन भी किया गया था और उस वक्त वर्तमान पुलिस कमिश्नर राजीवकुमार का भी नाम उनमे शामिल था जिनसे इस मामले की पूछताछ की जा रही है। हालांकि 13 फरवरी तक सुप्रीम कोर्ट ने राजीवकुमार से पूछताछ और उन गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के काम करने के रवैये गलत होने और सीबीआई के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है। उन्होंने यहाँ तक कहा की ये रेड अमित शाह और नरेंद्र मोदी के इशारो पर की गई है। सोमवार को राज्य सरकार इस मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीटीशन फ़ाइल करेगी।