किताबी ज्ञान या अनुभव दोनों में सबसे ज्यादा जरुरी क्या है ? - letsdiskuss
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Rakesh Singh

Delhi Press | Posted on | Education


किताबी ज्ञान या अनुभव दोनों में सबसे ज्यादा जरुरी क्या है ?


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Content writer | Posted on


वैसे तो ज्ञान और अनुभव दोनों एक नाव पर सवार दो ऐसे यात्री हैं, जो मनुष्य के जीवन को सवारने की पूरी-पूरी कोशिश करते हैं | जब बच्चा छोटा है तो उसकी पहले शिक्षक उसकी माँ होती है | उसकी माँ ही उसको हर उन बातों का बोध कराती है, जिससे बच्चे को सही और ग़लत में फ़र्क समझ आता है |


किताबी ज्ञान और अनुभव में क्या जरुरी है इस बात को समझने के लिए आपको एक छोटी सी कहानी बताते हैं शायद आपके प्रश्न का उत्तर उसमें ही मिल जायें |

एक नाविक था जो अपनी नाव से अपनी जीविका चलाता था | नाव चलाने में उसको काफी अनुभव था जिसके चलते वो नाव चलाते वक़्त आने वाली सभी परेशानी का सामना अपने अनुभव के हिसाब से कर लेता था | वही एक विद्वान् ब्राह्मण था जो सभी ग्रंथों का ज्ञाता और वेदों का ज्ञानी था | ब्राह्मण हर रोज नाविक की नाव में बैठकर नदी पार करता और नाविक को कुछ न कुछ ज्ञान की बात बताता था |

एक दिन ब्राह्मण ने नाविक से पूछा तुम इस प्रकर्ति के बारें में क्या जानते हो, जिस नदी या समुद्र पर तुम नाव चलाते हो क्या तुम इस समुद्र शास्त्र के बारें में जानते हो ? नाविक ने कहा नहीं तो ब्राह्मण बोला कैसे इंसान हो जिस नहीं में तुम अपना सारा दिन बिताते हो तुम्हे उसका ही ज्ञान नहीं तुम्हारी तो आधी ज़िंदगी बेकार है | नाविक सोच में पड़ गया और उसको लगा शायद ब्राह्मण सही कह रहा है |

फिर अगले दिन फिर ब्राह्मण ने नाविक से पूछा तुमने "मीटिओरोलॉजी" पढ़ी है , तो नाविक ने कहा मैं अनपढ़ हूँ मुझे किताबों का कोई ज्ञान नहीं है | तो ब्राह्मण ने कहा तुम्हारी एक चौथाई ज़िंदगी ख़राब हो गई | ये किताबों का ज्ञान है जिसमें हवा, बारिश इन सब की जानकारी होती है |

अब कुछ देर बात नाविक ने ब्राह्मण से पूछा आपको तैरना आता है, तो ब्राह्मण ने कहा नहीं तो नाविक बोला इतनी पढ़ाई की आपने पर आपको किसी किताब ने तैरने की विद्या नहीं सिखाई | क्योंकि हमारी नाव चट्टान से टकरा गई है और इससे इसमें छेद हो गया है, जिसके कारण नाव डूब जाएगी |

इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि किताबी ज्ञान मानव जीवन के लिए इंसान को किताबी ज्ञान सिर्फ उतना ही सीखती है, जितना उस किताब में पन्ने होते हैं परन्तु अनुभव मनुष्य के जीवन में घाट रही घटनाओं से प्राप्त होता है, जो कि किसी किताब में नहीं होता |

Letsdiskuss (Courtesy : twitter.com )


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Writer,poet | Posted on


किताबी ज्ञान और अनुभव में ज्यादा प्रभावी अनुभवी ज्ञान होता है किताबी ज्ञान हम भूल सकते हैं, लेकिन अनुभव को भुलाया नहीं जा सकता है

एक अनपढ़ व्यक्ति किताबी ज्ञान को हासिल नहीं कर सकता, लेकिन अनुभवी ज्ञान को पढा लिखा व्यक्ति और अनपढ़ व्यक्ति दोनों ही प्राप्त कर सकते हैं



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| Posted on


आज हम आपको यहां पर बताएंगे कि किताबी ज्ञान या अनुभव दोनों में से कौन सा ज्ञान होना सबसे जरूरी है तो चलिए जानते हैं। दोस्तों यदि आप किताबी ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं तो उससे प्राप्त किया गया ज्ञान शायद आपको जीवन में कभी भूल सकता है लेकिन अनुभव द्वारा प्राप्त किया गया ज्ञान जीवन में हमेशा याद रहता है। किताबी ज्ञान तो केवल पढ़े लिखे व्यक्ति ही प्राप्त कर सकते हैं लेकिन अनुभव का ज्ञान अनपढ़ और पढ़े-लिखे दोनों व्यक्ति प्राप्त कर सकते हैं इसलिए मैं कहना चाहूंगी कि अनुभवी ज्ञान ज्यादा जरूरी है।Letsdiskuss


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Occupation | Posted on


किताबी ज्ञान तो सिर्फ पढ़े लिखें व्यक्ति ही प्राप्त कर सकते है, बाकी अनुभवीं ज्ञान अनपढ़ और पढ़े -लिखें दोनों व्यक्ति प्राप्त कर सकते है, इसलिए अनुभवी ज्ञान सबसे ज्यादा जरूरी है। अनुभवी ज्ञान प्राप्त करना चाहते है तो अनुभवी ज्ञान मे समाज से जुडी जानकारी प्राप्त कर सकते है तथा परिवार के बड़े बुजुर्गो द्वारा बनाये गये रीति -रिवाज़ के बारे मे ज्ञान प्राप्त कर सकते है।

Letsdiskuss


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दोस्तों क्या आप जानते है की किताबी ज्ञान या अनुभव दोनों में सबसे ज्यादा जरूरी क्या है यदि नहीं जानते है तों चलिये हमें आपको बताते है। हमारी भारतीय संस्कृति में किताबी ज्ञान और अनुभव दोनों को अपने -अपने जगह पर सही बताया गया है किंतु ज्ञान, ज्ञान में अंतर होता है क्योंकि किताबी ज्ञान के द्वारा हम अपने आगे के जीवन को अच्छा बना सकते हैं और अनुभव का ज्ञान हमें जीवन की कठिनाइयों को पार करके मिलता है। इसीलिए किताबी ज्ञान श्रेष्ठ है तो अनुभव ज्ञान भी अपने स्थान पर श्रेष्ठ है।

Letsdiskuss


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