भारत के फुटबॉल से जुड़े इतिहास में अगर कोई नाम गूंजता हैं तो वह है भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री का , 2002 से भारतीय फुटबॉल जगत में अपना कदम रखने वाले छेत्री ने कई ऊंचाईयां छुई हैं, और खुद को बुलंदियों तक पहुँचाया हैं| सुनील छेत्री अपने खेल की तरफ हमेशा से ही बहुत उत्सुक और गंभीर रहे हैं, उन्होंने बारवी कक्षा के बाद पढाई भी छोड़ दी थी|
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आपको बता दे की भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री को भारत सरकार की तरफ से पद्मा श्री अवार्ड्स से नवाज़ने की घोषणा की गयी हैं, भारत सरकार ने देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा की। इस लिस्ट में भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री एकमात्र फुटबॉल खिलाड़ी हैं। इस अवॉर्ड को खेल में सराहनीय योगदान के लिए दिया जाता है।
इस खबर पर सुनील छेत्री ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की मैं बहुत ज्यादा
नर्वस’ हूँ और हमेशा अच्छे प्रदर्शन का दबाव’ महसूस कर रहा हूँ, लेकिन ‘अभी तो बिल्कुल खुशी का भाव है" अंतरराष्ट्रीय फुटबाल में मौजूदा खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले छेत्री इस साल पद्मश्री पाने वाले नौ खिलाड़ियों में से हैं|
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सुनील की इस उपलब्धि पर पूर्व कप्तान बाइचिंग भूटिया ने भी उनकी तारीफ करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा की “मैंने अब तक जितने फुटबॉल खिलाड़ी देखे हैं, उनमें से छेत्री सबसे संजीदा और एकाग्रता के साथ खेलने वाले खिलाड़ी हैं, साथ ही वह एक सुलझे हुए इंसान हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की “उन्होंने जो हासिल किया है, वह उनकी कठोर मेहनत का नतीजा है। वह हमेशा जानते थे कि वह क्या चाहते हैं इसलिए वह एक खिलाड़ी के तौर पर उभरने में सफल रहे ।”