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आप जानना चाहते हैं कि क्या सिकुड़ते सिकुड़ते गायब हो जाएगा चांद तो चलिए हम आपको इसकी जानकारी देते हैं:-
एक नई स्टडी में चंद्रमा के बारे में चौंकाने वाली जानकारी पाई गई है। और इससे यह पता चला है कि चंद्रमा का आंतरिक भाग धीरे-धीरे ठंडा हो रहा है। और इसकी वजह से चांद पर भूकंप और फाल्ट बढ़ रहे हैं। इसके अलावा कुछ फाल्ट तो चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव के पास पैदा हो रहे हैं। जहां भारत के चंद्रायन-3 मिशन ने लैंडिंग की थी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी भी इसी इलाके में आर्टेमिस तीन मिशन को उतारने की योजना बना रही है।
एक स्टडी के लिए फंड का इंतजाम नासा ने किया था। इससे पता चला है कि चंद्रमा लगातार सिकुड़ रहा है लाखों वर्षों में यह 150 फीट तक छोटा हुआ है। और इस वजह से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भूकंप आ रहे हैं।
चलिए हम आपको बताते हैं कि चंद्रमा के सिकुड़ने की मुख्य वजह क्या है :-
चांद के सिकुड़ने की सबसे बड़ी वजह इसके निर्माण को बताया जा रहा है और एक रिपोर्ट के अनुसार चांद का निर्माण एस्टेरॉइड और धूमकेतुओं के टकराने से हुआ। इससे चांद का अंदरूनी हिस्सा गर्म हो गया जो अब ठंडा हो रहा है। इसे वैज्ञानिक लोग पता लग रहे हैं कि जैसे-जैसे चांद ठंडा होता है जाएगा और वह सिकुड़ता जाएगा।हालांकि इसे भविष्य के मूल मिशन पर कोई बड़ा असर पड़ेगा यह कहना अभी गलत होगा। नशा या किसी अन्य स्पेस एजेंसी ने यह नहीं कहा है कि चांद के सिकुड़ने और वहां आ रहे भूकंप की वजह से फ्यूचर मून मिशनों पर कोई प्रभाव पड़ेगा। साइंटिस्टों का कहना है कि हमारी पृथ्वी पिछले 5 वर्षों से सिकुड़ गई है।यहां पर मैंने आपको जानकारी दे दी है कि क्या सच में हमारी पृथ्वी आगे चलकर सिकुड़ जाएगी।
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