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भारतीय वित्त मंत्री ने 1 फरवरी 2022 को संसद में वर्ष 2022-2023 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया। जैसा कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा गढ़ा गया है, हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष का जश्न मनाने वाले अमृत काल में हैं। तो वित्त मंत्री ने भी अमृत काल के लिए लक्ष्य निर्धारित किए।
अमृत काल के लक्ष्य हैं: -
पीएम गति शक्ति
बजट में विश्वस्तरीय आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक सहयोग मुहैया कराने का मास्टर प्लान है।
2022-23 में 25000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों को पूरा करने के लिए एक्सप्रेसवे के लिए मास्टर प्लान बनाया गया है।
सभी मोड ऑपरेटरों के बीच डेटा के सुचारू आदान-प्रदान के लिए यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म का गठन किया जाएगा।
2022-2023 में पीपीपी के जरिए 4 मल्टीमॉडल पार्क बनाए जाएंगे।
कृषि और खाद्य प्रसंस्करण
यह बजट तिलहन के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक तर्कसंगत और व्यापक योजना, गेहूं और धान की निरंतर खरीद सुनिश्चित करता है।
यह बजट गंगा के पास जमीन रखने वाले किसानों से शुरू होकर रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देता है।
यह बाजरा के मूल्यवर्धन और ब्रांडिंग को बढ़ावा देता है।
इसका उद्देश्य पीपीपी मोड में किसानों को उच्च तकनीक और डिजिटल सेवाएं प्रदान करना है।
किसान ड्रोन का उपयोग।
कृषि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए फंड लॉन्च करेंगे।
शिक्षा
डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी।
एक क्लास वन टीवी चैनल को 200 चैनलों तक बढ़ाया जाएगा।
कौशल विकास और ड्रोन के उपयोग को ध्यान में रखा जाएगा।
स्वास्थ्य
दो लाख आंगनबाड़ियों को सक्षम आंगनबाड़ियों में अपग्रेड किया जाएगा।
राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 का शुभारंभ किया जाएगा।
उद्योग
पॉलीसिलिकॉन के लिए उच्च दक्षता वाले मॉड्यूल के निर्माण के लिए पीएलआई के लिए 19,500 करोड़ रुपये चिह्नित।
पूंजीगत व्यय के परिव्यय में 35.4% की वृद्धि
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए कुछ इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स पर ड्यूटी में रियायतें दी जाती हैं।
कटे और पॉलिश किए गए हीरे और रत्नों पर सीमा शुल्क घटाकर 5% किया गया
मोबाइल फोन के पुर्जों पर शुल्क में छूट।
चुनिंदा पूंजीगत वस्तुओं पर 7.5% सीमा शुल्क लगेगा।
इस बजट के कर प्रस्ताव
विकलांग व्यक्तियों को कर राहत
सहकारिताओं के लिए वैकल्पिक न्यूनतम कर दर और अधिभार को 18.5% से घटाकर 15% कर दिया गया है। सहकारी समितियों पर सरचार्ज 12% से घटाकर 7% किया गया।
राज्य सरकार के कर्मचारियों के एनपीएस खाते में नियोक्ता के योगदान पर कर कटौती की सीमा बढ़ाई जाएगी।
इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं
आभासी संपत्ति से होने वाली आय पर 30% कर लगेगा
बजट में महत्वपूर्ण घोषणा आने वाले वर्षों में आरबीआई द्वारा सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी या डिजिटल रुपये की शुरुआत है।
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